अरे चाचा ! आपके कलम में तो जादू है जादू। कविता, कहानी,शायरी ,चुटकुले सब- कुछ कितना सुंदर लिखते हैं।
आपको तो 'सोशल मीडिया' पर लिखना चाहिए ताकि लाखों लोगों के पास आपकी लेखनी पहुँच सके।
दरअसल, पहली बार भतीजा रोहण शहर से अपने गांव चाचा से मिलने आया था।चाचा रमेश अपनी डायरी पलटते हुए रोहण से पूछा ये बताओ सोशल मीडिया क्या होता?
चाचा सोशल मीडिया पर आप कोई भी बात विचार लिख सकते हैं ,पढ़ सकते हैं ,आप अपने पसन्द के दोस्तों को जोड़ सकते हैं,कविता, कहानी लिखकर डाल सकते हैं ताकि देश के अन्य लोग भी पढ़ सकेंगे।
बेटा रोहण अब ये कैसे लिखेंगे, कैसे डालेंगे ये सब मुझे समझ में नहीं आता है?
नहीं आता तो क्या हुआ मैं हूँ न ,मैं सिखाऊंगा ?, कुछ ही दिनों में रोहण ने चाचा को फेसबुक पर पोस्ट करना और ब्लॉग लिखना सीखा दिया।फिर रोहण ने चाचा के लिए सोशल साइट पर एकाउंट बना दिया।
अब हर रोज रमेश अपने ब्लॉग पर और फेसबुक पर कविता ,कहानी लिखता है।धीरे-धीरे लाखों लोग रमेश के वॉल पर आ गए। ढ़लती उम्र के इस पड़ाव पर चाचा रमेश को एक नई पहचान मिल गई।
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