गुरुवार, 3 जून 2021

तीसरी लहर का डर

 कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की चर्चा जोरों पर है।वैज्ञानिक अभी से ही कमर कसने की बात कर रहे हैं। वाकई, आग लगने पर कुआं खोदने से बेहतर होगा अविलंब तीसरी लहर के खिलाफ आगे की रणनीति बना लेनी चाहिए।तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका सबसे ज्यादा जताई जा रही है।इसका ख़ास ध्यान रखकर पूरी योजना बना लेनी चाहिए,तब ही हम इस तीसरी लहर से सामना कर सकते हैं। अब सरकार को भी शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट बढ़ा देनी चाहिए।अगर हमारा समाज शिक्षित होगा तब ही इस अदृश्य वायरस से लड़ने में कामयाब हो सकते हैं।


अरुणेश कुमार, चंपारण (मोतिहारी)

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