सोमवार, 4 जनवरी 2021

अरुणेश की डायरी-2

 कभी तो मुझे समझा करो तुम।तुम तो कहा करती थी कि कुछ भी हो जायेगा मैं कभी नहीं भूलूंगी।मुझे मालूम है तू भूल नहीं सकती।मेरे बिना तुम पर क्या गुजरती है ये सिर्फ मैं समझ सकता हूँ? फिर भी तुमसे विनती है तुम ऐसा कुछ न करना जिससे मेरी घबराहट और बढ़ जाए।बस इतना समझना जैसी हो जैसे रहोगी दिल से मेरी रहोगी। 

तुम्हारा दिया हुआ हर वो वादा याद है मुझे।जब तुम हमसे पूछा करती थी कि तुम हमको कभी छोड़ोगे नहीं न।सच में उस वक्त मेरी आँखें भर आती थी और मैं बिल्कुल लाचार बेसहारा जैसा बोल देता कभी नहीं।



मैं कैसे मान लूं तुम मुझे भूल जाओगी? एक बार जब तुमसे झगड़कर मोबाईल को स्वीच ऑफ़ कर दिया था तब तुम कितना बेचैन हो गयी थी।कितनी टेंसन में थी कहाँ कहाँ नहीं कॉल की थी तुम।गुस्से में तुम अपना सिर फोड़ ली थी,मोबाईल को दाँत से तोड़ दी थी।सच पूछो तो मैं खुद टेंसन में था पर मै भी विवश था।मैं तुम्हारी घुटन को समझ सकता था क्योंकि मेरे साथ भी कई बार गुजरा है।

एक बार तुमको मज़ाक में बोल दिऐ थे कि मैं अब बात नहीं करूंगा।तब क्या हाल बना ली थी रो रो कर तुम? वो मुझे आज भी याद है।दिसम्बर की वो रात तकरीबन एक बज रहा होगा।जब तुम्हारी दीदी का कॉल आया मेरे पास मैं बिल्कुल घबरा गया था और तुम्हारी सिसकती हुई आवाजें सुनाई दे रही थी।सिसक - सिसक कर बोल रही थी कि अगर तुम बात नहीं करोगे तो ये मेरी आख़री रात होगी।

हाँ माना कि मजबूरियां थी तुम्हारी,पर उतनी भी नहीं थी कि मुझे भुलने पर मजबूर हो जाओ चाहे कितनी भी कोशिश करलो नहीं भूल पाओगी।ये बात तुम खुद बोलती थी कि मैं चाह कर भी नहीं भूल सकती हूँ।

मुझे बार बार खोने का डर सताती रहती थी मुझे मालूम है मेरे लिखें शब्दों में खुद को पाने की कोशिश तुम्हें आज भी उत्साहित करती है।अगर कुछ न लिखूं तो खुद ही मन ही मन कोसती भी थी और शिकायत भी करती थी।


अब तो कई महीनों गुजरने को आए पता नहीं किस हाल में होगी तुम।जिद्द तो हम दोंनो की थी।दोनों ने दिल को बहुत समझाया था कि अब दोनों भूल जाएं।पर ऐसा हुआ नहीं।


आज तुम अपना दिया हुआ वादा तोड़ रही हो मैं फिर वैसे ही लाचार बेसहारा बैठा हूँ।हर वो वादा याद आ रही है जो तुम मुझसे हर वक्त किया करती थी।मुझे मालूम है तुम भी विवश हो हालांकि तुम्हारी खुशी में ही मेरी खुशी है।बस खुश रहो तुम नई जिंदगी की शुरुआत कर रही हो उसके लिए बधाई।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें